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कहा जाता है कि जो लोग भगवान शिवजी के भक्त होते हैं उन्हें ना ही किसी का खौंफ होता है और ना ही किसी का डर। शिव की भक्ति उन्हें शक्ति का सामर्थ देती है। जो लोग महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं उन पर शिव की भक्ति बरसती है। महामृत्युंजय मंत्र के बारे में भविष्य पुराण में कहा गया है कि इस मंत्र का रोज जाप करने से उस व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा, धन, समृद्धि और लम्बी उम्र होती है। वहीं कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इस मंत्र का जाप करने से आपदा, बीमारी दूर भागते हैं। महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव को खुश करने वाला मंत्र माना जाता है।
क्या हैं इस मंत्र का महत्व – इस मंत्र के बारे में कहा जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से आप किसी भी रोग या बिमारी से ग्रसित हैं तो आपकी बिमारी खत्म हो सकती है। लगातार जाप करने से घर में धन और समृद्धि आती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस मंत्र का जाप सवा लाख बार करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है।
मंत्र का जाप करने से जहां लाभ होता है वहीं अगर आपने किसके जाप में कुछ सावधानियां नहीं बरती तो नुकसान भी हो सकता है। जाप करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें, जैसे की जाप करते समय मंत्र का उच्चारण ठीक ढंग से करना चाहिए। मंत्र का जाप शुद्ध तरीके से सात बार करना चाहिए। अगर जाप करने में आपने एक बार भी गलती की तो ये आपको भारी पड़ सकती है।
अगर आप रोज मंत्र का जाप करते हैं तो ध्यान रहे कि रोज जाप की एक निश्चित संख्या को बढाएं लेकिन कभी भी कम न करें। कम करना सही नहीं माना जाता। विशेषज्ञ मानते हैं कि जाप करते समय आवाज मुंह से बाहर नहीं आनी चाहिए। अगर आपकी आवाज बाहर आ रही है तो प्रयास करें कि धीमे स्वर में जप करें। जाप करते समय धूप-दीप का जलते रहना बहुत ही जरुरी है। मंत्र का जाप केवल रुद्राक्ष माला से ही करे।
जाप करें इस मंत्र का
कृतनित्यक्रियो जपकर्ता स्वासने पांगमुख उदहमुखो वा उपविश्य धृतरुद्राक्षभस्मत्रिपुण्ड्रः । आचम्य । प्राणानायाम्य। देशकालौ संकीर्त्य मम वा यज्ञमानस्य अमुक कामनासिद्धयर्थ श्रीमहामृत्युंजय मंत्रस्य अमुक संख्यापरिमितं जपमहंकरिष्ये वा कारयिष्ये।
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