इलाहाबाद: चिलचिलाती धूप से बढ़ रही परेशानी, लोग हो रहे बेहाल



ब्युरो रिपोर्ट कवरेज इण्डिया इलाहाबाद।

 गर्मी के मौसम की शुरुआत में ही गर्मी के तेजी दिखाने से लोग परेशान हैं। तेज धूप तथा पसीने से लोग बेहाल हो रहे हैं। गर्म हवाओं के थपेड़ों ने अप्रैल के पहले दिन ही गर्मी को कई गुना बढ़ा दिया। मौसम जिस तेजी के साथ बदल रहा है, उसको लेकर मौसम वैज्ञानिक भी परेशान हैं तथा इसे भारी प्रदूषण का कारण करार दे रहे हैं। देह झुलसाती धूप में लोगो का बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। शुरुआती दौर में ही गर्मी विकराल रूप धारण करने लगी है तथा अभी से दिन में 12 बजे के बाद मार्ग सूने होना शुरू हो गए हैं।

पारा भी लगातार चढ़ता जा रहा है।
गर्मी का सीजन की अभी शुरुआत है और मौसम का पारा चढ़ा हुआ है। दिन के साथ रात में भी गर्म हवाओं के थपेड़ों से लोग हलाकान है। शहर में अभी पारा 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। ऐसे में लोग दोपहर को घरों से निकलने के बाद पंखा-कूलर और पेड़ों की छांव रहना पसंद कर रहे हैं। मजदूर भी दोपहर में लंबी छुट्टी मारने लगे हैं। वहीं बदले मौसम से लोग सिरदर्द, इस्नोफिलिया और दस्त, बुखार के शिकार हो रहे हैं।

जिला हॉस्पिटल के ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। मार्च बीतने के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में भी सूरज की तपिश लोगों को रूला रही है। सुबह छह-सात बजे से ही तीखी धूप दस बजे के बाद चिलचिलाने लगती है। शाम छह बजे के बाद कुछ राहत मिलती है लेकिन गर्म हवाओं के थपेड़े से देर रात तक लोग जूझ रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिम से गर्म हवाएं अंचल में आ रही है वहीं सूरज की सीधी किरणे धरती तक पहुंच रही है। मौसम शुष्क होने और तापमान बढऩे से गर्मी का अहसास हो रहा है। दिन के साथ रात का तापमान भी बढ़े होने से लोग राहत के जुगाड़ में लगे रहते हैं। मजदूर सुबह ही अपना काम निपटना चाहते हैं। दोपहर में वे घर या पेड़ों की छांव में वक्त बिताने लगे हैं।

ठेकेदार भी काम का समय मजदूरों की सुविधा के अनुसार अलसुबह और शाम के बाद रात तक करने में जोर रहे हैं। चाहे भवन निर्माण हो गया फिर ईट बनाना, मजदूर और ठेकेदार सूर्योदय से पहले काम पर जुटे नजर आते है। वहीं बिजली की रोशनी में रात को काम करना उन्हें भा रहा है। इधर नगरीय क्षेत्र में रहने वाले लोग पंखा-कूलर दिन- रात चलाने लगे हैं। दफ्तरों में कूलर के साथ एसी में कर्मचारी-अधिकारी काम निपटाना पसंद करते हैं। ग्रामीण इन दिनों खेतों में मिट्टी तोड़ाई के साथ महुआ संग्रहण में व्यस्त है। पूरा परिवार सुबह खेत में मिट्टी फोडऩे के साथ महुआ बिनने में व्यस्त है। वे सुबह से खेतों में निकल जाते हैं और दोपहर महुआ रखवाली के वहीं पेड़ों के नीचे वक्त गुजारते हैं।


बढ़ी डिहाड्रेशन की शिकायत
तापमान बढऩे के साथ शरीर में भी पानी की कमी होने लगी है। वहीं लगातार तेज धूप पर रहने से सिरसर्द, धूल की वजह से इस्नोफिलिया की शिकायत बढ़ गई है। वहीं दस्त और बुखार पीडि़त भी हॉस्पिटल पहुंच रहे है। जसेरि के पूछने पर जिला हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि डिहाइड्रेशन के चलते लोगों को सिरदर्द , चक्कर आने की शिकायत हो रही है। डॉक्टरों ने लोगों को तेज धूप के दौरान बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना कि धूप के बचाव के लिए चेहरा, सिर पर कपड़े बांध ले और चश्में का उपयोग करें।

झुलसाने लगे गर्म हवा के थपेड़े
गर्मी बढऩे के साथ ही जहां लोगो ने अप्रैल से पूर्व ही एसी व कूलर का प्रयोग शुरू कर दिया है, वहीं तेज धूप व गर्म हवाओं से शरीर झुलसना शुरू हो गया है। महिलाएं भी मुंह व सर पर कपड़ा बांध तेज धूप से बचाव करती नजर आई जबकि पूरा दिन मेहनत मजदूरी करने वाले मजदूर भी धूप से बचने को शेड के नीचे आराम करते मिले। दोपहर में धूप व गर्म हवाओं से लोग परेशान रहे तथा पारा भी अधिकतम 43 डिग्री तथा न्यूनतम 20 डिग्री रिकार्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिन गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं तथा ओर बढऩे की की संभावना है।

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