फोटो- श्याम सुंदर पटेल |
कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क इलाहाबाद।
इलाहाबाद। इलाहाबाद के तथाकथित समाजसेवी व अपने आप को भूतपूर्व सैनिक बताने वाले श्याम सुंदर पटेल का एक आडियो इस समय सोशल मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है जिसमें वे अपने ही समाज के कमलेश पटेल को फर्जी मुकदमों में फंसा देने की धमकी दे रहे हैं साथ ही यह भी कह रहे हैं कि देखता हूं तुम इलाहाबाद में कैसे रहते हो मैं तुम्हारा नाम अतीक के गुर्गों में डलवा दूंगा, यही नहीं श्याम सुंदर पटेल जिन्हें समाज में लोग एक सज्जन व्यक्ति व समाजसेवी के रूप में जानते हैं पर इस आडियो में श्याम सुंदर पटेल का दूसरा रूप देखने को मिला है जिसमें वे बेहद ही उद्दंडता दिखाते हुए सुने जा सकते हैं। वायरल हो रहे आडियो में श्याम सुंदर ने न सिर्फ कमलेश को फर्जी मुकदमों व भू माफियाओं में नाम डलवा देने की बात कर रहे हैं बल्कि ब्राह्मण (पंडितों) को भी भद्दी भद्दी गालियां देते हुए सुने जा सकते हैं। सवाल ये है कि क्या एक रिटायर्ड सैनिक की ये जुबान होती है ? क्या एक समाजसेवी ऐसे ताबड़तोड़ गालियां देता है ? क्या पंडितों को जाति सूचक शब्दों से गाली देना उचित है ? क्या इन समाज के ठेकेदारों के लिए कोई मर्यादा नहीं ? आप भी इस आडियो को सुनें और खुद सोचें व समझें कि किस तरीके से ये आदमी किसी व्यक्ति को भू माफियाओं में नाम डलवा देने की बात कर रहा है। क्या श्याम सुंदर के हांथों में ही थाना अदालत सब है ? क्या इनके शह पर किसी को भी भू माफियाओं की श्रेणी में डाला जा सकता है ? जो भी हो पर इस आडियो ने न सिर्फ तथाकथित समाजसेवी व पूर्व सैनिक श्याम सुंदर पटेल के चेहरे को बेनकाब किया है बल्कि ऐसे समाज के ठेकेदारों को भी नंगा कर दिया है जो समाजसेवा की आड़ में लोगों को व समाज को गुमराह कर रहे हैं।