ब्लाक जलालाबाद में आवास शौचालय सोलर लाइट की खरीद में किया गया भारी घोटाला


सानू सिंह चौहान कवरेज इंडिया।
शाहजहांपुर / जलालाबाद। विकास खण्ड जलालाबाद में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। ब्लाक के अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक बहती गंगा में डुबकी लगाने में मस्त हैं। नियम कायदे कानूनों को दरकिनार करके ब्लाक अधिकारी और ग्राम प्रधान मनमाने तरीके से आधा अधूरा काम करवा करके सारा पैसा डकार रहे हैं और योगी सरकार को खुली चुनौती भी दे रहे हैं। क्षेत्रीय नागरिकों ने नवागत जिला अधिकारी से न्याय की आस लगाई है।

जलालाबाद विकास खण्ड में कुल 82 ग्राम पंचायते हैं। लेकिन शायद ही ऐसी कोई ग्राम पंचायत बची हो जहां पर कागजो पर काम ज्यादा और जमीनी हकीकत में कम करके पैसो का वारा न्यारा न हुआ हो। हालात यहां तक हैं कि  ग्राम पंचायतों में ब्लाक अधिकारी और ग्राम पंचायत आपस में साठगांठ करके चौदहवें वित आयोग और चतुर्थ वित्त आयोग में आये हुए धन का बंदरबांट न किया हो। ब्लाक मुख्यालय पर जेई आरएस और जेई एमआई के अलावा मनरेगा टेक्नेशीयन के मौजूद होने के बावजूद भी गांवो के दबंग ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी आपस में साठगांठ करके अपने किसी चहेते बाहरी जेई से स्टीमेट तैयार करवाते हैं और सुविधा शुल्क देकर पैसा लाने के बाद निर्माण कार्य करवाते हैं। निर्माण कार्य ऐसा कि दूर से देखने में ही लग जाता है कि जैसे इस कार्य में भ्रष्टाचार जमकर हुआ हो।

आखिरकार ग्राम प्रधान शासन द्वारा ब्लाक में तैनात किये गये जेई और अन्य अधिकारियों से स्टीमेट क्यों नही बनवाते हैं। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। कहीं ऐसा तो नही स्टीमेट के दौरान उनकी सारी पोल पट्टी खुल जाये और उनके मंसूबों पर यह अधिकारी पानी फेर दें। कुल मिलाकर वर्तमान समय में विकास खण्ड बंकी में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में भी यह गंगा बह रही थी और भ्रष्ट अधिकारी इसमें डुबकी लगा रहे थे और भाजपा शासनकाल में भी वही कहानी दोहरायी जा रही है। आखिर इस भ्रष्टाचार पर कौन अंकुश लगायेगा यह आने वाले समय बतायेगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post