मेला कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही पर सीधे होगी कार्रवाही – जिलाधिकारी सुहास एल.वाई


कवरेज इण्डिया न्यूज डेस्क इलाहाबाद।
इलाहाबाद।जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. ने माघ मेला के कार्यो को और तेजी से लाने के लिए आज माघ मेला क्षेत्र स्थित सभागार मे विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक किये। उन्होंने बैठक में सीधे तौर अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यो को समयबद्धता के साथ पूरा करे के साथ उसकी गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाय। उन्होंने इस बात भी अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि कार्यो की गुणवत्ता अथवा मानक में किसी भी प्रकार की लापरवाही दिखने पर सीधे सम्बन्धित के खिलाफ सीधे कार्रवाही की जायेगी।

बैठक में लोक निर्माण विभाग के अभियन्ता द्वारा बताया गया कि मेला क्षेत्र में सुगम आवागमन हेतु कुल 70.382 किमी. चकर्डप्लटों की सड़क बनायी जा रही है जिसके सापेक्ष 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि लगायी गयी चकर्डप्लटों कि स्थिति का मुआयना स्थलीय निरीक्षण करते हुए देखज लिया जाय जिससे माघ मेला के दौरान किसी प्रकार की समस्या चकर्डप्लटों से न हो। उन्होंने कहा कि जो चकर्डप्लटें शेष रह गयी है उन्हे हर कीमत में 23 दिसम्बर 2017 तक पूर्ण करा लिया जाय। उ.प्र. जल निगम के अधिकारियों के द्वारा बताया गया कि मेला क्षेत्र में पेयजन आपूर्ति हेतु 145 किलोमीटर के सापेक्ष 93 प्रतिशत तक पाइप लाईन बिछाई जा चुकी है तथा 16 अदद नलकूप के सापेक्ष 14 अदद नलकूप का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने जल निगम के कार्यो को भी 23 दिसम्बर तक पूरा कर लेने के निर्देश अधिकारियों को दिये।

बैठक में बताया गया कि मेला अवधि में गंगा-यमुना नदी को प्रदूषण मुक्त रखने हेतु नदी में सीधे उत्प्रवाह होने वाले 23 नालों के पानी की टेंपिग एवं जैविक विधि से शौधन कार्य प्रगति पर चल रहा है। जिलाधिकारी ने गंगा प्रदूषण नियन्त्रण इकाई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नालों की टेपिंग एवं जैविक विधि से शौधन के कार्यो में किसी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए। इसी तरह उ.प्र. पावर कारपोरेशन लि. के अभियन्ताओं के द्वारा बताया गया कि मेला क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्थआ हेतु 9500 विद्युत पोल के सापेक्ष 98 प्रतिशत पोल की स्थापन की जा चुकी है। मेला क्षेत्र में 346 किमी. एलटी लाइन के सापेक्ष 90 प्रतिशत एलटी लाईन का निर्माण किया जा चुका है। विभिन्न एल.टी  सब स्टेशनों तथा ट्यूबवेल को विद्युत आपूर्ति हेतु 11 केवी की 29 किमी. लाइन की स्थापना की जा चुकी है। निर्बाध आपूर्ति हेतु 19 सब स्टेशनों के सापेक्ष 18 सब स्टेशनों की स्थापना की जा चुकी है। कैम्पों  कनेक्शन देने के ले 60000 कनेक्शनों के सापेक्ष अब तक 10000 कैम्पों में कनेक्शन दिये जा चुके है।  मेला क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट के सापेक्ष 90 प्रतिशत स्ट्रीट लाइटों की स्थापना कर दी गयी है। आकस्मिक विद्युत विच्छेदन होने पर मेला क्षेत्र में आपात स्थिति मे विशेषकर मुख्य मार्गो पर प्रकाश व्यवस्था बनाये रखने हेतु 06 सब स्टेशनों पर जनरेटर की स्थापना सापेक्ष 05 जनरेटर स्थापना का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के द्वारा कराये जा रहे कार्यो को और शीघ्रता से करने के साथ समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारियों को दिये।

जिलाधिकारी ने मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कराया जा रहे कार्यो की समीक्षा किये जिसमें बताया गया कि मेला क्षेत्र में 20-20 बेड के 02 चिकित्सालय के सापेक्ष 01 चिकित्सालय एवं 10 प्राथमिक उपचार केन्द्र के सापेक्ष 02 प्राथमिक उपचार केन्द्र की स्थापना की जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 11000 पीआरएआई टाइप शौचालयों का निर्माण किया जाना है जिसके क्रम में आवश्यकतानुसार निरन्तर पीआरएआई टाइप शौचलयों की स्थापना की जानी है। 5000 जन शौचालय की स्थापन के सापेक्ष 1430 जन शौचालयों की स्थापना की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 200 जीरो डिस्चार्ज टायलेट, 16 मोबाइल टायलेट एवं 50 वाटररेस युरिनल्स बनाये जाने है तथा प्रथम बार सफाई कर्मियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक के माध्यम से ली जायेगी। एलोपैथिक दवाईयो के लिए 03 आयुर्वेदिक चिकित्सालयों एवं 03 होम्योपैथिक चिकित्सालयों की स्थापना भी मेला क्षेत्र में की गई है। जिलाधिकारी ने चिकित्साधिकारी को शेष रहे गये कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने बाढ़ कार्य खण्ड के अधिकारियों को गंगा नदी मे हो रहे कटान को विभाग द्वारा पूर्णतयः नियंत्रित करते हुए सतर्क दृष्टि बनाये रखने के निर्देश दिये है। उन्होंने गंगा नदी में पर्याप्त जल की व्यवस्था के लिए प्रतिदिन टिहरी से 1000 क्यूसेक एवं नरौरा से 4000 क्यूसेक अतिरिक्त क्यूसेक अतिरिक्त जल छोड़ा जायेगा। जिलाधिकारी ने इसी तरह खाद्य एवं आपूर्ति, पुलिस विभाग एवं मेला प्रशासन के कार्यो की समीक्षा करते हुए कार्यो तय समयसीमा मे गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक के उपरान्त कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने चल रहे कार्यो को देखा एवं उपस्थित अधिकारियों को कार्यो मे तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने निरीक्षण के क्रम मे मेला क्षेत्र मे साधु-सन्तों से मिले एवं उनकी समस्याओं के बारे में पूछा एवं उनका हाल-चाल लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि माघ मेला क्षेत्र मे आने वाले साधु-सन्तों का विशेष ध्यान रखा जाय इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाय।

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