चित्रकूट जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय में मुख्य सचिव , सपत्नीक ने ललित कला विभाग के अद्भुत दृश्य , चित्रों को देखकर छात्रों की प्रदर्शनी को सराहा ।अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी के इस अदभुत प्रकल्प मे ऐसे होनहार क्षमता वान , मेधावी छात्रों को तैयार किया जा रहा है जहाँ देश भक्ति , समानुभूति की भावना से ओत प्रोत हैं । उनकी इस अदभुत रचना के लिए युगों युगों तक याद किया जाएगा । जगद्गुरु जी की प्रेरणा से ही आज प्रधानमंत्री जी ने विकलांग शब्द को हटाकर दिंब्याग शब्द का नाम दिया है ।
इन बच्चों के लिए जो भी मेरी तरफ से शासन का सहयोग हो सकता है वो करेंगे । ललित कला विभाग प्रभारी डा0 देवेंद्र त्रिपाठी की बनायी हुई तीनों थंब पेंटिंग को देखकर अद्भुत सराहना की और ललित कला विभाग के द्वारा बनायी गई समस्त पेंटिंग्स को प्रदर्शनी मे रखने का अनुरोध किया । उनके साथ में कमिश्नर वाणिज्य एवं मनोरंजन कर बांदा , तहसीलदार कवी ,सीओ , सहित आदि प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे । विश्वविद्यालय के पीआरओ एस0 पी0 मिश्र ने ललित कला की विभिन्न पेंटिंग का अवलोकन कराया तथा विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न संकायो के बारे मे बताया । साथ में डा0 गोपाल मिश्र जी तथा छात्र जयवीर मौजूद रहे।