जिलाधिकारी शाहजहांपुर, अमृत त्रिपाठी |
सानू सिंह चौहान कवरेज इंडिया।
शाहजहांपुर/सीतापुर के कुछ सरकारी दफ्तरों में जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी चर्चा का विषय बने हुए है। सीतापुर के DM ने पिछले दो सालों में कई विभागों में भ्रष्टाचार करने वालों पर नकेल कसे थे। जिसके बाद से यहां के सरकारी तंत्र का रंग-ढंग ही बदल गया। शायद ही कोई ऐसा विभाग होगा जिसकी जांच अमृत त्रिपाठी ने नहीं करवाई हो। वहीं सरकारी विभागों के बाबुओं और अधिकारियों को सरकार बदलने के बाद इनके जानें का इंतजार है।
पिछले 2 वर्षों में कई दर्जन कर्मचारी कराए तबादला
-इस IAS ऑफिसर ने सीतापुर आते ही सरकारी विभागों का रंग-रुप ही बदल डाला।
-इनके आने से पहले यहां के सरकारी विभागों में बिना पैरवी और पैसा का कई काम ही नहीं होता था।
-वहीं अमृत त्रिपाठी के सीतापुर आते ही सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों के रंग-ढंग ही बदल गए।
-सरकारी विभागों में वर्षों से एक ही कुर्सी पर बैठे करोड़पति बाबुओं को डीएम का यह मिजाज कभी नहीं भाया।
-जिसकी वजह से चर्चा है कि कई दर्जन कर्मचारी जिला छोड़कर अपना तबादला कराके चलते बने।
कोई ऐसी योजना नहीं होगी जिसकी जांच नहीं हुई
-अमृत त्रिपाठी ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा चलाए जा रहे सभी योजनाओं की दो सालों में जांच करवा दी।
-चाहे वे मनरेगा क्षेत्र पंचायत में फैले अरबों रुपयों के भ्रष्टाचार का मामला हो या फिर 14वें व चतुर्थ राज्य वित्त का।
-या फिर जननी सुरक्षा योजना के करोंड़ों के बजट का या फिर किसानों को समय से पानी, खाद्य, यूरिया न मिलने का।
-या फिर आरईएस विभाग से पास हुए फर्जी स्टीमेटों का।
सीतापुर के लोगों के चहेते है डीएम साहब
-2008 बैच के IAS ऑफिसर अमृत त्रिपाठी द्वारा विगत 2 वर्षों में काफी ऐसे कार्यों को अंजाम दिए।
-जिसकी वजह से सीतापुर जिले की जनता ने उनके कार्यों की काफी सराहना भी की है।
-विधानसभा चुनाव में प्रदेश में सीतापुर मतदान प्रतिशत में नंबर एक पर था।
-पौराणिक तीर्थ नैमिषारण्य को जमीनी स्तर पर विकास करने और उसकी शोभा बढ़ने। नैमिष में विश्व प्रसिद्द चक्र तीर्थ में रोजाना शाम आरती कराने विगत 2 वर्षों में ऐसे कई ऐतिहासिक कार्य डीएम अमृत त्रिपाठी द्वारा किये गए जिससे सीतापुर समेत पड़ोसी जिलों की जनता ने उनके कार्यों को सराहा।
DM की कार्रवाई BJP वालों को भी रास नहीं आ रही है
-प्रदेश में नई सरकार आने के बाद भी डीएम सीतापुर का अवैध टैम्पो स्टैंडों का बंद करवाना।
-और ओवर लोडिंग गाड़ियों का चालान कटवाना भाजपाइयों को भी रास नहीं आ रहा है।
-क्योंकि प्रदेश में सरकार बदलने के बाद जिले के सभी अवैध ठेकों का और ठेकेदारों का चेहरा बदल गया है।
-जिसकी वजह से ठेकेदारों ने अपने-अपने राजनैतिक आकाओं के दरबार में डीएम को हटवाने की पेशकश कर दी है।